भारत के प्रधानमंत्री (Prime Minister of India)

Last updated on June 28th, 2025 at 10:15 am

भारत में प्रधानमंत्री का पद कार्यपालिका का सर्वोच्च पद होता है। प्रधानमंत्री न केवल मंत्रिपरिषद के मुखिया होते हैं बल्कि पूरे शासनतंत्र के नीति-निर्धारण में उनकी केंद्रीय भूमिका होती है।

✤ प्रधानमंत्री एवं मंत्रीपरिषद – एक परिचय:

  • प्रधानमंत्री भारत के सबसे शक्तिशाली राजनीतिक पद पर आसीन होते हैं।
  • संविधान के अनुच्छेद 75 के अंतर्गत, राष्ट्रपति ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री नियुक्त करता है जो लोकसभा में बहुमत प्राप्त दल का नेता होता है।
  • प्रधानमंत्री का कार्यकाल 5 वर्ष होता है, और उसकी न्यूनतम आयु 25 वर्ष निर्धारित है।
  • वे कैबिनेट मंत्रियों के समूह का नेतृत्व करते हैं तथा सभी महत्वपूर्ण नीति निर्णयों में भाग लेते हैं।
  • मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होती है और व्यक्तिगत रूप से राष्ट्रपति के प्रति भी उत्तरदायित्व रखती है।

मंत्रीपरिषद के प्रकार:

  1. कैबिनेट मंत्री – सबसे वरिष्ठ, मुख्य विभागों को संभालते हैं।
  2. राज्यमंत्री – स्वतंत्र प्रभार या कैबिनेट मंत्री की देखरेख में कार्य करते हैं।
  3. उपमंत्री – अपेक्षाकृत कनिष्ठ, सीमित जिम्मेदारियाँ।

✤ भारत के प्रधानमंत्रियों का कालानुक्रमिक व विस्तृत विवरण

पंडित जवाहरलाल नेहरू (1947–1964)

  • भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और सबसे लंबा कार्यकाल (17 वर्ष) रखने वाले नेता।
  • भारत की अंतर्राष्ट्रीय विदेश नीति (पंचशील सिद्धांत) और गुटनिरपेक्ष आंदोलन के जनक।
  • भारत के पहले विदेश मंत्री भी थे।
  • वर्ष 1954 में पंचशील समझौता चीन के राष्ट्रपति चाऊ एन लाई के साथ किया।
  • आपातकालीन शक्तियों वाले अनुच्छेद 352 का पहला प्रयोग उन्हीं के कार्यकाल में हुआ।
  • प्रसिद्ध पुस्तक: “भारत की खोज” (Discovery of India)।
  • वर्ष 1959 में पंचायतीराज व्यवस्था की शुरुआत नागौर (राजस्थान) से की (बलवंत राय मेहता समिति की सिफारिश पर)।
  • पद पर रहते निधन होने वाले पहले प्रधानमंत्री।

लाल बहादुर शास्त्री (1964–1966)

  • अपने सादगीपूर्ण जीवन व नीतियों के लिए प्रसिद्ध।
  • 1965 में भारत-पाक युद्ध में निर्णायक भूमिका।
  • “जय जवान, जय किसान” का अमर नारा दिया, जो आज भी प्रेरणास्पद है।
  • ताशकंद समझौता 10 जनवरी 1966 को रूस की मध्यस्थता में हुआ।
  • पद पर रहते निधन करने वाले दूसरे प्रधानमंत्री
  • इनके पश्चात गुलजारीलाल नंदा ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री का पद संभाला।

इंदिरा गांधी (1966–1977)

  • भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री, जिन्हें “आयरन लेडी” के नाम से भी जाना जाता है।
  • 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान बांग्लादेश का निर्माण हुआ।
  • शिमला समझौता (1972) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो से किया गया।
  • भारत में हरित क्रांति का नेतृत्व, एम.एस. स्वामीनाथन द्वारा आरंभ।
  • 1974 में पोखरण (राजस्थान) में भारत का पहला परमाणु परीक्षण।
  • अनुच्छेद 352 (आपातकाल) का सर्वाधिक प्रयोग उन्हीं के शासनकाल में हुआ।
  • 1976 में जनसंख्या नियंत्रण के लिए विवादास्पद कदम उठाए।
  • नारा: “गरीबी हटाओ”
  • ऑपरेशन ब्लू स्टार (1984) पंजाब में खालिस्तानी आंदोलन के विरुद्ध।
  • पद पर रहते हत्या का शिकार, तीसरी और अंतिम प्रधानमंत्री जिनकी मृत्यु कार्यकाल में हुई।
  • उपनाम: प्रियदर्शिनी, भारत रत्न से सम्मानित।

मोरारजी देसाई (1977–1979)

  • भारत के प्रथम गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री (जनता पार्टी)
  • 91 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री बनने वाले सबसे वृद्ध व्यक्ति।
  • आपातकाल के बाद जनता द्वारा चुनी गई पहली सरकार के मुखिया।

चौधरी चरण सिंह (1979–1980)

  • ऐसे एकमात्र प्रधानमंत्री, जिन्होंने कभी लोकसभा का सामना नहीं किया।
  • 6वीं लोकसभा का कार्यकाल अधूरा रह गया, जिसके कारण 1980 में मध्यावधि चुनाव हुए।
  • राष्ट्रीय किसान दिवस (23 दिसंबर) इनके जन्मदिवस पर मनाया जाता है।

इंदिरा गांधी (1980–1984) (पुनः नियुक्त)

  • भारत की पहली प्रधानमंत्री, जो दो कार्यकालों में पद पर रहीं।
  • उनकी छवि एक दृढ़ नेतृत्वकर्ता की थी।
  • पद पर रहते उनकी हत्या 1984 में उनके ही सुरक्षा गार्डों द्वारा कर दी गई।

राजीव गांधी (1984–1989)

  • सबसे युवा प्रधानमंत्री (उम्र 40 वर्ष)
  • आईटी और दूरसंचार क्रांति के प्रारंभकर्ता
  • पंचायतीराज को मजबूत बनाने के लिए ठोस प्रयास, जिसे “स्वर्णकाल” कहा गया।
  • श्रीलंका में भारतीय शांति सेना भेजी गई (IPKF)।

विश्वनाथ प्रताप सिंह (1989–1990)

  • मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू कर OBC आरक्षण को लागू करने वाले पहले पीएम।

चंद्रशेखर (1990–1991)

  • संकटग्रस्त गठबंधन सरकार, संसद में अल्पमत होने के बावजूद कार्यकाल संभाला।

पी. वी. नरसिम्हा राव (1991–1996)

  • अल्पमत में सरकार चलाने वाले पहले प्रधानमंत्री, फिर भी पूरा कार्यकाल सफलतापूर्वक पूर्ण किया।
  • 1993 में 73वां और 74वां संविधान संशोधन कर पंचायतीराज और शहरी निकायों को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया।
  • भारत के आर्थिक उदारीकरण की नींव इन्हीं के कार्यकाल में रखी गई।

अटल बिहारी वाजपेयी (1996)

  • 13 दिन का कार्यकाल – सबसे संक्षिप्त अवधि वाले प्रधानमंत्री।

एच. डी. देवगौड़ा (1996–1997)

  • कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देकर प्रधानमंत्री बने।

इंद्रकुमार गुजराल (1997–1998)

  • “गुजराल सिद्धांत” के लिए प्रसिद्ध – जिसमें पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों को प्राथमिकता दी गई।

अटल बिहारी वाजपेयी (1998–2004)

  • कारगिल युद्ध (1999) के समय प्रधानमंत्री
  • पोकरण परमाणु परीक्षण – मई 1998, भारत को परमाणु शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित किया।
  • संसद पर आतंकी हमला – 2001
  • प्रसिद्ध नारा: “जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान”, जिसे बाद में मोदी ने जोड़ा – “जय अनुसंधान”।

डॉ. मनमोहन सिंह (2004–2014)

  • अर्थशास्त्री और योजना आयोग के पूर्व सदस्य, शांत और संतुलित नेतृत्व।
  • भारत-अमेरिका परमाणु समझौता (123)
  • 2008 मुंबई आतंकी हमला
  • आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण, और वैश्वीकरण की प्रक्रिया को तेज किया।

नरेन्द्र मोदी (2014–वर्तमान)

  • भारत के 15वें प्रधानमंत्री, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री।
  • 2014 व 2019, दोनों चुनावों में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला।
  • प्रमुख निर्णय:
    • नोटबंदी (8 नवम्बर 2016)
    • GST लागू (1 जुलाई 2017)
    • अनुच्छेद 370 समाप्त (5 अगस्त 2019)
    • राम मंदिर निर्णय (9 नवम्बर 2019)
  • विदेश नीति – “पूर्व की ओर देखो”
  • प्रसिद्ध नारा: “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, जय अनुसंधान”

महत्वपूर्ण तथ्य :

  1. पद पर रहते निधन वाले प्रधानमंत्री:
    • पं. जवाहरलाल नेहरू
    • लाल बहादुर शास्त्री
    • इंदिरा गांधी
  2. राज्यसभा से बने प्रधानमंत्री:
    • इंदिरा गांधी
    • एच. डी. देवगौड़ा
    • इंद्रकुमार गुजराल
    • डॉ. मनमोहन सिंह
  3. तीन बार प्रधानमंत्री बने नेता:
    • जवाहरलाल नेहरू
    • इंदिरा गांधी
    • अटल बिहारी वाजपेयी

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