राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों एवं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों और अधिकारियों को सम्मानित करने के लिए 127 वीरता पुरस्कार, 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कार और 290 Mention-in-Dispatches की मंजूरी दी है। ये सम्मान देश की रक्षा, बहादुरी और उत्कृष्ट सेवा के प्रति असाधारण योगदान को मान्यता देते हैं।
❖ मुख्य आंकड़े एक नज़र में
श्रेणी
संख्या
वीरता पुरस्कार
127
विशिष्ट सेवा पुरस्कार
40
Mention-in-Dispatches
290
कुल सम्मान
457
❖ वीरता पुरस्कारों का विवरण
पुरस्कार का नाम
संख्या
कीर्ति चक्र
4
वीर चक्र
15
शौर्य चक्र
16
Bar to Sena Medal(Gallantry)
2
सेना मेडल (Gallantry)
58
नौ सेना मेडल (Gallantry)
6
वायु सेना मेडल (Gallantry)
26
❖ विशिष्ट सेवा पुरस्कार
पुरस्कार का नाम
संख्या
सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल
7
उत्तम युद्ध सेवा मेडल
9
युद्ध सेवा मेडल
24
❖ अन्य सैन्य सम्मान एवं मान्यता
❖ Mention-in-Dispatches — 290
बल
संख्या
भारतीय थल सेना
115
भारतीय नौसेना
5
भारतीय वायु सेना
167
Border Roads Development Board (BRDB)
3
❖ चयनित प्रमुख पुरस्कार विजेता
❖ कीर्ति चक्र
क्रम
नाम
Unit/Regiment
सेना/बल
1
कैप्टन लालरिनावमा सैलो
4 PARA (Special Forces)
भारतीय सेना
2
लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी
Army Service Corps, 1 Sikkim Scouts
भारतीय सेना
3
लांस नायक मीनाची सुन्दरम ए
Regiment of Artillery, 34 Rashtriya Rifles
भारतीय सेना
4
सिपाही जांजाल प्रविण प्रभाकर
Mahar Regiment, 1 Rashtriya Rifles
भारतीय सेना
❖ वीर चक्र
क्रम
नाम
Unit/Regiment
सेना/बल
1
कर्नल कोशांक लांबा
302 Medium Regiment
भारतीय सेना
2
ग्रुप कैप्टन रंजीत सिंह सिद्धू
Flying (Pilot)
भारतीय वायुसेना
3
Squadron Leader सिद्धांत सिंह
Flying (Pilot)
भारतीय वायुसेना
4
SI मोहम्मद इम्तेयाज
—
गृह मंत्रालय
❖ पुरस्कारों का महत्व
वीरता पुरस्कार — युद्ध या Operation में अद्वितीय साहस और बहादुरी दिखाने के लिए।
विशिष्ट सेवा पुरस्कार — उच्च नेतृत्व क्षमता और विशेष योगदान के लिए।
Mention-in-Dispatches — आधिकारिक सैन्य रिपोर्ट में विशेष उल्लेख के रूप में दी जाने वाली मान्यता।
यह सम्मान इस बात का प्रमाण है कि भारत के सैनिक सीमाओं से लेकर आसमान और समुद्र तक हर क्षेत्र में देश की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। ये पुरस्कार केवल व्यक्तिगत साहस का सम्मान नहीं, बल्कि पूरे भारतीय रक्षा तंत्र की शक्ति और निष्ठा का प्रतीक हैं।